नौजवानों जरा ख्याल रखना, देश में कोई दुश्मन न आये।
जान जाये भले ही हमारी, शान भारत की जाने न पाये॥
देश प्यारा है भारत हमारा, हिन्द की जय लगाओ ये नारा।
जागते ही रहो नौजवानों, आबरू फिर वतन की न जाये॥
देश सन्तों, शहीदों का है ये, देश बलिदानी वीरों का है ये।
ध्यान रखना सपूतों कि उनका, नाम बदनाम होने न पाये॥
सूरमा देश प्रेमी थे कैसे, वीर बिस्मिल, भगतसिंह जैसे।
है हजारों में ऐसों की गिनती, मर गये, पर अमर वे कहाये॥
ऐ जवानों उठो जाग जाओ, भ्रष्टता- दुष्टता को मिटाओ।
उन सपोलों का सिर तुम कुचल दो, माँ को डसने को सिर जो उठाये॥
देश अपना जगद्गुरु रहा है, विश्व परिवार हमने रचा है।
फिर से देवत्व अपना जगाओ, स्वर्ग सी यह धरा जगमगाये॥
मुक्तक-
पूछो मेरे दिल से, मैं पैगाम लिखता हूँ,
बात गुजरी हुई सारी, मैं तमाम लिखता हूँ।
अरे मैं पागल हुआ तो क्या हुआ,पागल हो जाती ये कलम।
जिस कलम से मैं वीर सपूतों का नाम लिखता हूँ॥
सुनो जवानों राष्ट्रभूमि का, गौरव तुम्हें बढ़ाना है।
बलिदानी वीरों के जैसे, जीवन को अपनाना है॥