मन के गहरे अँधियारे में
मन के गहरे अँधियारे में, सद्गुरु नाम दिये जैसा २
जिसने सद्गुरु सद्गुरु ध्याया,
जीवन का सुख उसने पाया॥
मन माया के चौबारे में, सद्गुरु नाम दिये जैसा २
क्या तेरा क्या मेरा अपना,
सारा जग है झूठा सपना।
बिन चन्दा के चौबारे में,सद्गुरु नाम दिये जैसा २
जिसका न कोई इस दुनियाँ में,
सद्गुरु उसी की बाहें थामें।
मोह माया के अँधियारे में, सद्गुरु नाम दिये जैसा २