हर तरफ अँधेरा है
हर तरफ अँधेरा है, दीप तू जलाता चल।
रास्ते चमक उठे, रोशनी लुटाता चल॥
ये गगन हमारा है ये धरा हमारी है।
जागते शहीदों ने, देश को सँवारा है॥
देश जन पुकारे तो, गीत तू सुनाता चल॥
आज तू अकेला है, थक न जाये तेरा दिल।
मुश्किलें न मिट पाई, दूर है अभी मंजिल॥
दूरियाँ न घबरा दे, दूरियाँ मिटाता चल॥