सबसे अच्छा सबसे प्यारा
सबसे अच्छा सबसे प्यारा, गायत्री परिवार हमारा॥
जब तक तन में प्राण रहेंगे, इसकी हार न होने देंगे।
प्राणों से भी अधिक दुलारा, गायत्री परिवार हमारा॥
आपस में सब हिलमिल जावें, भूले भटके को गले लगावें।
बहे- प्रेम की निर्मल धारा, गायत्री परिवार हमारा॥
घर- घर में हम यज्ञ रचावें, गायत्री गुण- गान सुनावें।
गूँजे अखण्ड ज्योति का नारा, गायत्री परिवार हमारा॥
नगर- नगर औ डगर- डगर में, गायत्री ध्वज लहरें नभ में।
तब होवे प्रण पूर्ण हमारा, गायत्री परिवार हमारा॥
बोलो माँ गायत्री की जय, यज्ञ पिता का यश और अक्षय।
श्रीराम का हमें सहारा, गायत्री परिवार हमारा॥