नौजवानों! भारत की
नौजवानों! भारत की, तकदीर बना दो।
फूलों से इस गुलशन से, कांटों को हटा दो॥
तोड़ के सारे जाल विदेशी, कर लो देश को अपना।
रह ना जाये देखो अधूरा, कोई सुन्दर सपना॥
घर में आग लगाये, दीपक उसको बुझा दो॥
हम भारत के वासी क्यों? हो दुनियाँ में शर्मिन्दा।
देश के कारण मौत भी आये, रहेंगे फिर भी जिन्दा॥
जय- जय हिन्द के नारों से, धरती को हिला दो॥
अपने हाथ हैं ऐसे जैसे, बलवानों की शक्ति।
भगतसिंह सी हिम्मत है, बहादुर जैसी भक्ति॥
देश का झण्डा जग में ऊँचा, करके दिखा दो॥
वीर हमारी लक्ष्मीबाई, वीरों की सरदार।
जिसने खोला था भारत में, आजादी का द्वार॥
बरछा तीर कटारों से, भारत को बचा दो॥