स्वीकारिये शुभ कामनायें
स्वीकारिए शुभ कामनायें, शुभ विवाह पर।
मन धारिए सद्भावनायें, शुभ विवाह पर॥
साक्षी में शुभ विवाह के, भगवान यज्ञ है।
ऊँचे उठो की प्रेरणा, भगवान यज्ञ है॥
कर लीजिए कुछ धारणायें, शुभ विवाह पर॥
दो व्यक्ति मिलकर शक्ति, हो रहे हैं आज से।
दो तन व एक आत्मा, अभिव्यक्ति आज से॥
जीवन की करना साधनाएँ, शुभ विवाह पर॥
मिल करके बनाना है, तपोवन गृहस्थ को।
सद्भावनाओं से महकता, उपवन गृहस्थ को॥
आदर्श की स्थापनाएँ, शुभ विवाह पर॥
परिवार बीच प्रेम का, वातावरण मिले।
संयम व शील दो सुमन का युग्म ही खिले॥
उभरे नहीं दुर्भावना, इनके मन जीवन भर॥
माँ भगवती के स्नेह का, आँचल सदा रहे।
गुरुदेव के संकेत का, सम्बल सदा रहे॥
हो स्वर्ग जैसी सर्जनाएँ, शुभ विवाह पर॥