धन्य आपका जन्म दिवस
धन्य आपका जन्म दिवस है, धन्य धन्य अभिराम।
देव आपके पद पंकज पर, बारम्बार प्रणाम॥
धर्म कर्म के महायज्ञ में, होते रहे समर्पित।
तजकर सब सुख चैन हुए नित, तन मन धन से अर्पित॥
युग निर्माण लक्ष है जिनका, बहा स्नेह की धारा।
कितने अधम जनों को तुमने, बढ़कर दिया सहारा॥
कलुष कर्म से हमें बचाओ, यह जीवन संग्राम॥
युग दृष्टा, युग सृष्टा माता गायत्री के बेटे।
बाह्य शक्ति के विषधर को, बन शंकर अंग लपेटे॥
दिव्य अखण्ड ज्योति लेकर, बाधाओं को झेले।
बड़े धैर्य साहस से तुमने, तूफानों से खेले॥
भारत भाल हिमालय हो तुम, पावन चारो धाम॥
भारत का स्तर साथ तुम्हारे, करता सत्य समर्थ।
आज विश्व कर रहा तुममें, नित नवजीवन दर्श॥
हर पथ तेरा पन्थ निहारे, स्तर तुझको टेरे।
ओ पावन में बड़ी आपसे, नित्य धन घेरे॥
कर्मभूमि में सतत् कर्मरत, रहकर भी निष्काम॥